The Basic Principles Of sidh kunjika
The Basic Principles Of sidh kunjika
Blog Article
नमः कैटभहारिण्यै नमस्ते महिषार्दिनि ॥ ६ ॥
हुं हुं हुङ्काररूपिण्यै जं जं जं जम्भनादिनी ।
कंट्रोवर्सी किंग हैं शाहरुख खान, कभी जेल की हवा खाई, तो कभी हुए बैन
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वादशोऽध्यायः
यस्तु कुञ्जिकया देवि हीनां सप्तशतीं पठेत् ।
देवी माहात्म्यं दुर्गा सप्तशति द्वितीयोऽध्यायः
क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु ॥ १० ॥
येन मन्त्रप्रभावेण चण्डीजापः शुभो भवेत् ॥ १ ॥
देवी वैभवाश्चर्य अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
अगर किसी विशेष मनोकामना पूर्ति के लिए सिद्ध कुंजिका स्तोत्र कर रहे हैं तो हाथ में जल, फूल और अक्षत लेकर जितने पाठ एक दिन more info में कर सकते हैं उसका संकल्प लें.
श्री प्रत्यंगिर अष्टोत्तर शत नामावलि
श्री दुर्गा अष्टोत्तर शत नाम स्तोत्रम्
मां दुर्गा की पूजा-पाठ में शुद्धता का विशेष ध्यान रखें. सुबह-शाम जब भी आप ये पाठ करें तो स्नान के बाद साफ वस्त्र धारण करें और फिर इसे शुरू करें.
ग्रहों के अशुभ प्रभाव खत्म हो जाते हैं. धन लाभ, विद्या अर्जन, शत्रु पर विजय, नौकरी में पदोन्नति, अच्छी सेहत, कर्ज से मुक्ति, यश-बल में बढ़ोत्तरी की इच्छा पूर्ण होती है.